Tuesday, February 3, 2009

क्यो समाज में बदलाव की जरुरत होती है?

भारत में सदियों से एक सुसँस्कृत समाज विध्यवान रहा है, यहाँ की आबो हवा भारतीयों को सभ्यता, मित्रता के और नजदीक ले जाती है। यहाँ लोग जल्दी बदलाव नही लाना चाहेते, क्योंकि, लोगो को पुराणी आदतों के साथ जीने की आदत पड़ी हुवी है। शायद, इसलिए भारतीय लोगो में जीने की अधिक जीजिविसा है, जिसके साथ एक आम भारतीय अपनी संस्कृति के साथ जीने की आदत डाल लेता है। फिर भी, हम इस आधुनिक ज़माने में बदलाव की आदत डालने पर मजबूर है। इसका मुख्य कारण है, संचार क्रांति का प्रचार प्रसार, जिसका प्रभाव एक आम भारतीय पर पड़ा है। अब परिवारों में इस संचार क्रांति के कदम पड़ चुके है, जिसके उदहारण हमारे सामने है, संयुक्त परिवार का टूटना और एकल परिवार की स्थापना। क्या बदलाव के बीज हमारे मानवीय मूल्यों पर नही पड़ा है। बड़े महानगरों में भागदौड़ की जिंदगी में कहाँ किसे दो मिनट की फुरसत है, मानवता के लिए, मानव मूल्यों के लिए। शायद इसलिए बदलाव की जरुरत होती है, जिससे जीवन सुखद बने.

7 comments:

Dr. Ashok Kumar Mishra said...

अच्छा लिखा है आपने । भाव, विचार, भाषा और प्रखर अभिव्यक्ति के कारण आपका शब्द संसार विशेष प्रभाव छोड़ने में समथॆ है ।

मैने अपने ब्लाग पर एक लेख लिखा है-आत्मविश्वास के सहारे जीतें जिंदगी की जंग-समय हो तो पढें और कमेंट भी दें-

http://www.ashokvichar.blogspot.com

अभिषेक मिश्र said...

Accha vishay uthaya hai aapne. Swagat.

Publisher said...

उत्तम! ब्लाग जगत में पूरे उत्साह के साथ आपका स्वागत है। आपके शब्दों का सागर हमें हमेशा जोड़े रखेगा। कहते हैं, दो लोगों की मुलाकात बेवजह नहीं होती। मुलाकात आपकी और हमारी। मुलाकात यहां ब्लॉगर्स की। मुलाकात विचारों की, सब जुड़े हुए हैं।
नियमित लिखें। बेहतर लिखें। हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं। मिलते रहेंगे।
आपका
प्रवीण जाखड़

Publisher said...

उत्तम! ब्लाग जगत में पूरे उत्साह के साथ आपका स्वागत है। आपके शब्दों का सागर हमें हमेशा जोड़े रखेगा। कहते हैं, दो लोगों की मुलाकात बेवजह नहीं होती। मुलाकात आपकी और हमारी। मुलाकात यहां ब्लॉगर्स की। मुलाकात विचारों की, सब जुड़े हुए हैं।
नियमित लिखें। बेहतर लिखें। हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं। मिलते रहेंगे।

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

jeevan me badlav urja dete hain narayan narayan

Unknown said...

hi..aapne bahuth teek hee kaha...
by the way which application are you using for typing in Hindi..? when i was searching for an easy,user friendly Hindi typing tool...found...'quillpad'....do u use the same....?

Ravi Ajitsariya said...

Dear santhosh, I would suggest you write through your compose post scrpts, in hindi, or through quillpad, or through 'Write KA Hindi, or through Indic Transliteration
Ravi